ज्वारीय परिकल्पना का प्रतिपादन किसने किया: इंग्लैंड के भौतिकशास्त्री जेम्स जीन्स ने ज्वारीय परिकल्पना का प्रतिपादन किया।
ज्वारीय परिकल्पना एक महत्वपूर्ण आविष्कार है जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किया गया है। इस परिकल्पना का प्रतिपादन विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा किया गया है।
ज्वारीय परिकल्पना का प्रतिपादन करने वाले वैज्ञानिकों में से एक मशीनी अभियांत्रिक जॉन वान नीमन हैं। उन्होंने ज्वारीय परिकल्पना का प्रतिपादन करके जल और बारिश के जलवायु क्षेत्रों में खेती की संभावनाओं को बढ़ाया है। इस परिकल्पना के माध्यम से ज्वारीय पौधों को बीजों के रूप में उगाया जा सकता है, जो कि पानी की उपलब्धता के अनुसार स्वचालित रूप से बिना मनुष्य की संगतता के बढ़ते हैं।
ज्वारीय परिकल्पना के अलावा भी कई अन्य वैज्ञानिकों ने इस क्षेत्र में अपने योगदान दिए हैं। इसमें शामिल हैं ज्वारीय सिंचाई तंत्र, ज्वारीय उपज विकास और ज्वारीय पर्यावरण संरक्षण। ये सभी परिकल्पनाएं कृषि क्षेत्र में जल संसाधन की बचत करने और खेती की उपज को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
ज्वारीय परिकल्पना का प्रतिपादन करने वाले वैज्ञानिकों ने खेती के क्षेत्र में एक बदलाव लाया है। इसके माध्यम से किसानों को निर्भरता कम करने और उन्नत तकनीकों का उपयोग करने का अवसर मिला है। ज्वारीय परिकल्पना में स्थानीय माहौल के अनुरूप कृषि तकनीक का उपयोग करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और जल संसाधन की बचत पर भी ध्यान दिया जाता है।