भारत के वित्त मंत्री कौन है: 2019 के बाद से 2024 तक भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (भारत की पहली महिला वित्त मंत्री) हैं।
देश की रगों में बहता है पैसा, उसी को संभालने की अहम जिम्मेदारी होती है वित्त मंत्री की। बजट का जादूगर, नीतियों का नायक, विकास का संचालक – ये सभी उपनाम भारत के वित्त मंत्री को सार्थक बनाते हैं। आज हम उसी कुर्सी पर विराजमान शख्सियत के बारे में विस्तार से जानेंगे, जिसके निर्णय देश की अर्थव्यवस्था की धड़कन तय करते हैं।
वर्तमान में, भारत के वित्त मंत्री का पद सुश्री निर्मला सीतारामन के हाथों में सौंपा गया है। 2019 में पदभार ग्रहण करने के बाद से, वह देश की आर्थिक दिशा को मजबूती और प्रगति की ओर ले जाने का प्रयास कर रही हैं। उनका व्यापक अनुभव और अर्थशास्त्र की गहरी समझ उन्हें इस चुनौतीपूर्ण भूमिका के लिए योग्य बनाती है।
वित्त मंत्री की भूमिका और जिम्मेदारियां:
- बजट का निर्माण: देश के वार्षिक आय-व्यय का लेखा-जोखा रखना और भविष्य की योजनाओं के लिए धन का आवंटन करना वित्त मंत्री का ही काम है। यही बजट देश की अर्थव्यवस्था की दशा और दिशा दर्शाता है।
- आर्थिक नीतियों का निर्धारण: कर सुधार, विदेशी निवेश को बढ़ावा, बैंकिंग क्षेत्र का नियमन, सरकारी व्यय का नियंत्रण जैसी महत्वपूर्ण नीतियां वित्त मंत्री के ही दिमाग की उपज होती हैं।
- अर्थव्यवस्था का प्रबंधन: मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना, ब्याज दरों को तय करना, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों के साथ संबंध बनाना आदि जिम्मेदारियां भी वित्त मंत्री के कंधों पर ही होती हैं।
निर्मला सीतारामन का सफर:
- अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करने के बाद, सुश्री सीतारामन ने विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम किया।
- 2014 में वह पहली बार सांसद चुनी गईं और वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री बनीं।
- 2019 में उन्हें रक्षा मंत्री का पदभार सौंपा गया, जहाँ वह भारत की पहली महिला रक्षा मंत्री बनीं।
- उसी वर्ष उन्हें देश के वित्त मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया, जहाँ वह भी भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं।
चुनौतियां और उपलब्धियां:
कोविड महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था को संभालना सुश्री सीतारामन के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी। उन्होंने आर्थिक राहत पैकेजों और विभिन्न सुधारों के जरिए अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास किया। इसके अलावा, डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देना, बुनियादी ढांचे में निवेश करना और विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत बनाना उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियां हैं।
निष्कर्ष:
भारत के वित्त मंत्री की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण और जटिल है। सुश्री निर्मला सीतारामन अपने ज्ञान, अनुभव और दृढ़ संकल्प के साथ इस चुनौती को बखूबी निभा रही हैं। उनके नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है।